
क्रिप्टो मार्केट में गिरावट के साथ ही NFT की सेल्स भी घट रही है
खास बातें
- GameStop का लक्ष्य NFT गेमिंग में एक बड़ी फर्म बनने का है
- मार्केटप्लेस के लॉन्च के मौके पर GameStop ने दो NFT पेश किए हैं
- इस सेगमेंट में कारोबार बढ़ने के साथ ही स्कैम के मामलों में भी तेजी आई है
क्रिप्टो मार्केट में गिरावट के बावजूद इस सेगमेंट की कुछ फर्में अपना बिजनेस बढ़ाने की कोशिश कर रही हैं. वीडियो गेम रिटेलर GameStop ने अपने नॉन-फंजिबल टोकन (NFT) मार्केटप्लेस का बीटा एक्सेस शुरू किया है. इस फर्म ने हाल ही में Ethereum-बेस्ड NFT वॉलेट लॉन्च किया था.
इस मार्केटप्लेस पर Ethereum मेननेट के साथ ही लेयर 2 स्केलिंग सॉल्यूशन Loopring पर चलने वाले कई आर्टवर्क प्रोजेक्ट्स मौजूद हैं. GameStop का लक्ष्य NFT गेमिंग में एक बड़ी फर्म बनने का है. इसमें NFT इंटरएक्टिव आइटम्स होते हैं जिनका इस्तेमाल गेम्स के अंदर किया जाता है. GameStop और Immutable X ने मार्केटप्लेस पर गेम डिवेलपर्स को लाने के लिए लगभग 10 करोड़ डॉलर का एक टोकन ग्रांट फंड लॉन्च किया है. इस पर लगभग 53,300 NFT और 236 NFT कलेक्शंस लिस्टेड हैं. हालांकि, GameStop की ओर से उसके प्लेटफॉर्म पर बने NFT के लिए ही सपोर्ट दिया जा रहा है.
मार्केटप्लेस के लॉन्च के मौके पर GameStop ने दो NFT पेश किए हैं. पिछले कुछ महीनों में बहुत सी अन्य गेमिंग फर्मों ने भी NFT सेगमेंट में शुरुआत की है. हालांकि, GamesIndustry की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि फर्म अपनी वर्कफोर्स को घटा रही है. क्रिप्टो मार्केट में गिरावट के साथ ही NFT की सेल्स भी घट रही है. हाल ही में Mastercard ने कार्ड पेमेंट्स से NFT खरीदने की सुविधा का दायरा बढ़ाया था. इसके लिए मास्टरकार्ड ने मेटावर्स फर्म Sandbox, Immutable X, Spring और Nifty Gateway और कुछ अन्य फर्मों के साथ पार्टनरशिप की है.
NFT में ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से यूनीक आइटम्स के टोकन्स को ऑथेंटिकेट किया जाता है जो दोबारा प्रोड्यूस किए जा सकने वाले डिजिटल एसेट्स से जुड़े होते हैं. इनमें आर्ट, म्यूजिक, इन-गेम आइटम्स और वीडियो शामिल हो सकते हैं. इनकी ऑनलाइन ट्रेडिंग की जा सकती है लेकिन इन्हें डुप्लिकेट नहीं किया जा सकता. इस सेगमेंट में कारोबार बढ़ने के साथ ही स्कैम के मामलों में भी तेजी आई है. ऐसे कुछ मामलों में NFT खरीदने वालों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है. अमेरिका में इस सेगमेंट से जुड़े धोखाधड़ी के कुछ बड़े मामलों का खुलासा हुआ है. इनमें कुछ आरोपियों को गिरफ्तार भी किया गया है. इन मामलों से इस सेगमेंट में ट्रेडिंग को लेकर आशंका बढ़ी है.