
मुंबई:
महाराष्ट्र (Maharashtra) के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने शुक्रवार को शिवसेना (Shiv sena) भवन में पार्टी की जिला इकाई के प्रमुखों को वर्चुअली संबोधित किया. इसमें शिवसेना और राज्य सरकार के अस्तित्व के बारे में चल रही आशंकाओं को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं से उनकी राय मांगी. इस संबोधन में उद्धव ठाकरे की पांच बड़ी बातें कहीं.
मामले से जुड़ी अहम जानकारियां :
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पार्टी इस तरह के विद्रोहों का भी सामना कर चुकी है. उसके बावजूद वह दो बार सत्ता में आई. मैंने मुख्यमंत्री का सरकारी बंगला ‘वर्षा’ छोड़ा है, लेकिन अपना संकल्प नहीं.”
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शिवसेना और ठाकरे का नाम लिए बिना आप कितनी दूर जा सकते हैं. आप पेड़ के फूल, फल और टहनियों को छीन सकते हैं लेकिन जड़ों को नष्ट नहीं कर सकते.”
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“मैंने एकनाथ शिंदे के लिए सब कुछ किया. मैंने उन्हें वह विभाग दिया जो मेरे पास था. उनका अपना बेटा सांसद है और मेरे बेटे के बारे में टिप्पणियां की जा रही हैं. मेरे खिलाफ बहुत सारे आरोप लगाए गए हैं.”
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मेरे गर्दन से लेकर पांव तक दर्ध हो रहा था. शरीर सही से काम नहीं कर पा रहा था, कुछ लोगों को लगा यह यह ठीक मौका है. लेकिन मुझे इसकी परवाह नहीं है कि मैं पावर गेम में नहीं हूं।”
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जो लोग चले गए हैं वे पार्टी को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं… मैं उनके लिए बुरा क्यों मानूं जो चले गए हैं?”