
Udaipur Updates : उदयपुर में टेलर की हत्या के बाद तनाव
उदयपुर में टेलर कन्हैया लाल की हत्या को लेकर तनाव व्याप्त है. कन्हैया लाल साहू की दिनदहाड़े भीड़ भरे बाजार में उनकी दुकान के भीतर हत्या कर दी गई. कन्हैया लाल साहू को बीजेपी से निष्कासित नेता नुपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पोस्ट के बाद से लगातार जान से मारने की धमकियां मिल रही थीं.
उदयपुर में युवक की हत्या और वीडियो वायरल करने के बाद इलाके में तनाव है. लोग आगजनी कर प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है. वहीं लोगों से शांति की अपील की है.
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर कहा, ‘उदयपुर में युवक की जघन्य हत्या की भर्त्सना करता हूं. इस घटना में शामिल सभी अपराधियों कठोर कार्रवाई की जाएगी एवं पुलिस अपराध की पूरी तह तक जाएगी. मैं सभी पक्षों से शान्ति बनाए रखने की अपील करता हूं. ऐसे जघन्य अपराध में लिप्त हर व्यक्ति को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी.’
उदयपुर में युवक की जघन्य हत्या की भर्त्सना करता हूं। इस घटना में शामिल सभी अपराधियों कठोर कार्रवाई की जाएगी एवं पुलिस अपराध की पूरी तह तक जाएगी। मैं सभी पक्षों से शान्ति बनाए रखने की अपील करता हूं। ऐसे जघन्य अपराध में लिप्त हर व्यक्ति को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) June 28, 2022
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, ‘उदयपुर में हुई जघन्य हत्या से मैं बेहद स्तब्ध हूं. धर्म के नाम पर बर्बरता बर्दाश्त नहीं की जा सकती. इस हैवानियत से आतंक फैलाने वालों को तुरंत सख़्त सज़ा मिले. हम सभी को साथ मिलकर नफ़रत को हराना है. मेरी सभी से अपील है, कृपया शांति और भाईचारा बनाए रखें’
उदयपुर में हुई जघन्य हत्या से मैं बेहद स्तब्ध हूं।
धर्म के नाम पर बर्बरता बर्दाश्त नहीं की जा सकती। इस हैवानियत से आतंक फैलाने वालों को तुरंत सख़्त सज़ा मिले।
हम सभी को साथ मिलकर नफ़रत को हराना है। मेरी सभी से अपील है, कृपया शांति और भाईचारा बनाए रखें।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 28, 2022
उदयपुर में युवक की हत्या के बाद राजस्थान में विपक्ष के नेता गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि एक गैंग के तहत इस तरह की घटना को अंजाम दिया जा रहा है, लेकिन सरकार और प्रशासन उसको रोकने में नाकाम है. उन्होंने कहा कि ऐसे अपराधियों को संरक्षण दिया जा रहा है. कटारिया ने कहा कि 4 दिन पहले ही पीड़ित परिवार ने पुलिस से गुहार लगाई थी, लेकिन पुलिस ने इसे गंभीरता से नहीं लिया और आज दुकान खुलते ही इस घटना को अंजाम दिया गया.
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने घटना पर कहा, ‘उदयपुर में एक निर्दोष युवक की दिनदहाड़े निर्मम हत्या से स्पष्ट हो गया है कि राज्य सरकार की शह के कारण अपराधियों के हौसले बुलंद है और प्रदेश में साम्प्रदायिक उन्माद व हिंसा की स्थिति उत्पन्न हो गई है. अपराधी इतने बैखोफ हैं कि उन्होंने प्रधानमंत्री जी को लेकर हिंसक बयान दिया है. घटना में लिप्त सभी अपराधियों की तुरंत गिरफ़्तारी हो और कड़ी सजा मिले. इस घटना के पीछे जिन लोगों का हाथ है, उन्हें भी राज्य सरकार बेनक़ाब कर गिरफ़्तार करे.’
उदयपुर में युवक की हत्या के बाद जमकर हंगामा हो रहा है. पुलिस ने तनाव के बीच 600 अतिरिक्त फोर्स को जयपुर से उदयपुर भेजा है. पुलिस ने लोगों से वीडियो वायरल नहीं करने की अपील की है. साथ ही लोगों से संयम बरतने को कहा है.
खबरों के मुताबिक, उदयपुर शहर के धानमंडी थाना क्षेत्र के मालदास स्ट्रीट में उस समय सनसनी फैल गई, जब दो से तीन लोगों ने एक युवक की दिनदहाडे हत्या कर दी. दिनदहाड़े हुई इस घटना के बाद धानमंडी और घंटाघर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को एमबी हॉस्पिटल की मोर्चरी में रखवाया.
जानकारी के अनुसार, मृतक कन्हैयालाल के आठ साल के बेटे ने उसके मोबाइल से नुपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दी थी. हांलाकि इसके बाद धानमंडी थाना पुलिस ने कन्हैयालाल को गिरफ्तार किया था. इसके बावजूद समुदाय विशेष के लोग कन्हैयालाल को लगातार धमकी दे रहे थे और मंगलवार को मौका पाकर धारधार हथियार से हमला कर हत्या कर दी.
कुछ दिनों पहले नुपुर शर्मा की ओर से की गई टिप्पणी के बाद पूरे देश में विवाद उपजा था. यहां पर भी समुदाय विशेष में आक्रोश था. उसी बीच कन्हैयालाल के बेटे ने एक पोस्ट कर दी. इससे समुदाय विशेष के लोगों ने जान से मारने की धमकी दे दी. लगातार धमकी मिलने के बाद कन्हैयालाल बुरी तरह से डर गया.
सूत्रों की मानें तो कन्हैयालाल की गिरफ्तारी के बाद भी हत्या करने वाले आरोपी उसे डराने और जान से मारने के धमकी दे रहे थे. कन्हैयालाल ने धानमंडी थाना पुलिस को सूचना दी और सुरक्षा महैया करवाने की मांग की. पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया. पुलिस अगर कन्हैयालाल को सुरक्षा प्रदान करवाती या फिर धमकी देने वाले आरोपियों की गिरफ्तारी करती तो कन्हैयालाल को जान से हाथ नहीं धोना पडता.
मालदास स्ट्रीट में हुई दिनदहाडे़ हत्या के बाद व्यापारियों में आक्रोश फैल गया. घटना के बाद मालदास स्ट्रीट के व्यापारियों ने एक-एक कर स्वयं सभी दुकानों को बंद कर एक जगह इकठ्ठा हो गए और आक्रोश व्यक्त किया. व्यापारियों ने पुलिस से आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की.